Saturday, 13 August 2022

आजमगढ़ सपा नेता व पूर्व ब्लाक प्रमुख इसरार अहमद की संपत्ति की गई कुर्क पुलिस फोर्स के पहुंचते ही सपा नेता के घर मचा हड़कंप, दो गाड़ी और घर का सामान कुर्क


 आजमगढ़ सपा नेता व पूर्व ब्लाक प्रमुख इसरार अहमद की संपत्ति की गई कुर्क


पुलिस फोर्स के पहुंचते ही सपा नेता के घर मचा हड़कंप, दो गाड़ी और घर का सामान कुर्क



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ टीईटी परीक्षा में नकल कराने वाले गैंग के खुलासा के बाद अब गैंग के फरार मेंबरों पर शिकंजा कसने की तैयारी है। जिले में फरार चल रहे चार नकल माफियाओं के खिलाफ पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई करने के लिए कोर्ट में आवेदन किए थे।


 इसके साथ ही फरार नकल माफिया सपा नेता इसरार अहमद सहित चार आरोपियों पर पुलिस ने दस-दस हजार रुपये का पुरस्कार भी घोषित किया था। इसके बाद भी आरोपी हाजिर नहीं हुए। जिसके बाद सपा नेता एवं पूर्व ब्लाक प्रमुख इसरार अहमद के घर पुलिस बल पहुंची और कुर्की की कार्रवाई की।


 जनवरी माह में हुए शिक्षक पात्रता परीक्षा की सुचिता भंग करने का जिले में बड़ा प्रयास हुआ था। जिसका खुलासा पुलिस से पहले अमर उजाला ने परीक्षा वाले दिन 23 जनवरी 2022 को ही कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने प्रकरण का खुलासा किया और लगभग 51 लाख रुपये के चेक व कैश की बरामदगी दिखाने के साथ ही 22 लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही पुलिस ने आठ लोगों को फरार बताया था। जिन्हें दो माह के लंबे समय के बाद भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। प्रकरण की विवेचना सीओ लालगंज मनोज रघुवंशी कर रहे थे। 



आरोपियों से पूछताछ में आठ अन्य आरोपियों के नाम सामने आए थे जिसमें से चार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 


वहीं चार आरोपी अब भी फरार चल रहे है। फरार आरोपियों में पूर्व प्रमुख सपा नेता इसरार अहमद, महराजगंज थाने के सिंघवारा खास गांव निवासी जगजीवन, शहर के आहोपट्टी गांव निवासी सुनील यादव और शहर के रैदोपुर गांव निवासी तुषार सिंह शामिल हैं। आरोपियों पर पुलिस ने 10-10 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया है। यहीं नहीं पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर एक माह पूर्व कार्यवाही कर चुकी है। इनके घर पर नोटिस चस्पा कर कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया था। 


जानकारी के अनुसार इसके बाद भी आरोपी ना तो गिरफ्तार हुए, ना ही कोर्ट में समर्पण किया। ऐसे में अब पुलिस ने इन फरार आरोपियों के घर कुर्की की कार्रवाई के लिए अदालत में अपील की। कोर्ट के आदेश पर पुलिस शनिवार को सम्मोपुर गांव निवासी सपा नेता एवं पूर्व ब्लाक प्रमुख इसरार अहमद के घर पहुंचकर कुर्की की कार्रवाई की। पुलिस ने इसरार अहमद के नाम पर दो चार पहिया वाहन व घर में रखे सामानों को कुर्क किया।

गोरखपुर सीबीआई के डिप्टी एसपी को ट्रक से कुचलने की कोशिश गाड़ी में दो बार ठोकर मारने के बाद पलट गया ट्रक, ड्राइवर की मौत


 गोरखपुर सीबीआई के डिप्टी एसपी को ट्रक से कुचलने की कोशिश

गाड़ी में दो बार ठोकर मारने के बाद पलट गया ट्रक, ड्राइवर की मौत


उत्तर प्रदेश गोरखपुर-महराजगंज रोड पर बरगदही चौराहे के पास गुरुवार की देर रात सीबीआई के डिप्टी एसपी को कुचलने की कोशिश की गई। डिप्टी एसपी रूपेश कुमार श्रीवास्तव की गाड़ी में दो बार टक्कर मारने के बाद एक तेज रफ्तार ट्रक पलट गया और उसके ड्राइवर की ट्रक के नीचे दबकर मौत हो गई। दोनों बार की टक्कर में डिप्टी एसपी के चालक ने समझदारी दिखाते हुए अपनी और अफसर की जान बचाई। डिप्टी एसपी की तहरीर पर गुलरिहा पुलिस ने हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उधर, सीबीआई मुख्यालय से भी अफसरों को जांच के निर्देश दिए गए हैं।


 महराजगंज जिले के श्यामदेउरवां थाना क्षेत्र के पिपरालाला निवासी रूपेश कुमार श्रीवास्तव केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) नई दिल्ली की शाखा में डिप्टी एसपी के पद पर तैनात हैं। गुरुवार को ही नई दिल्ली से एक दिन की छुट्टी पर घर आए थे और शाम को महराजगंज से गोरखपुर की तरफ जा रहे थे। बरगदहीं में उनकी स्कॉर्पियो गाड़ी में एक ट्रक ने दो बार ठोकर मारी और उसके बाद गिट्टी पर चढ़कर पलट गया। ट्रक की ठोकर से उनकी गाड़ी के पीछे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। उनके ड्राइवर ने दोनों बार की ठोकर में सूझबूझ दिखाते हुए अपनी और डिप्टी एसपी की जान बचा ली।

रुपेश कुमार ने गुलरिहा पुलिस को पुलिस को बताया कि वे वर्तमान समय में कई अति संवेदनशील मामलों की जांच कर रहे हैं। इनमें पूर्ववर्ती केंद्र एवं राज्य सरकारों से जुड़े कई नामचीन लोग शामिल हैं। ऐसे में जिस प्रकार ट्रक दो बार उनकी स्कॉर्पियो को ठोकर मारते हुए गिट्टी पर जाकर पलट गया, उससे किसी साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता है। उधर, सीबीआई की दिल्ली शाखा ने भी गोरखपुर के पुलिस अफसरों से मामले को गंभीरता से लेने को कहा है। दुर्घटना का यह मामला हाईप्रोफाइल होने के बाद शुक्रवार की दोपहर में एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। 


गुलरिहा प्रभारी निरीक्षक उमेश कुमार बाजपेयी ने बताया कि हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर जांच की जा रही है। फिलहाल ट्रक चालक की पहचान कुशीनगर जिले के लक्ष्मीपुर कुबेरस्थान निवासी रतन कुमार के रूप में हुई है।

रुपेश श्रीवास्तव ने अपनी पढ़ाई गोरखपुर से ही की है। वे स्व.आद्या प्रसाद श्रीवास्तव के बेटे और शहर के तिलक पैथोलॉजी के संचालक डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव के छोटे भाई हैं।


 सीबीआई अफसर रुपेश श्रीवास्तव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के चारा घोटाला और रेलवे भर्ती घोटाला, कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम सहित कई राज्य और केंद्र सरकार के मंत्रियों के हाई प्रोफाइल केस देख रहे हैं। इतना ही नहीं, सीबीआई ऑफिसर रूपेश श्रीवास्तव ने ही पी. चिदंबरम को गिरफ्तार भी किया था। ऐसे में उनपर जानलेवा हमले के पीछे किसी बड़ी साजिश होने की आशंका जताई जा रही है।



एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि सीबीआई ऑफिसर की तहरीर पर तत्काल केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू करा दी गई है। घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम भेजकर सैंपल भी लिए गए हैं। वहीं एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी का कहना है कि ड्राइवर उसके मालिक व अन्य लोगों की सीडीआर जांची जाएगी। प्रथमदृष्टया मामला दुर्घटना का ही लग रहा है पर सभी बिंदुओं की पड़ताल के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता है। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर का कहना है कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए हर एक पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है। घटना के पीछे की वजह तलाशने के लिए पुलिस, क्राइम ब्रांच और सर्विसलांस की छह टीमें लगाई गई हैं। पुलिस जल्द ही इस मामले की तह में जाकर सबकुछ साफ कर देगी। मैं खुद इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहा हूं। 



सीबीआई डिप्टी एसपी रुपेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया, पहली बार में जब ट्रक ने मेरी गाड़ी को टक्कर मारी तो हादसा ही लगा लेकिन दोबार उसने अपनी स्टेयरिंग काटकर गाड़ी में टक्कर मारी जिससे उन्हें इसमें साजिश की आशंका दिख रही है। मेरे ड्राइवर ने काफी सूझ-बूझ से जान बचाई। उसने गाड़ी तेजी गति से आगे बढ़ाया इस बीच ट्रक चालक ने अपनी गाड़ी गिट्टी पर चढ़ा दिया और ट्रक पलट गया। गाड़ी आगे रोककर मैं और ड्राइवर वहां गए तो ट्रक में कोई नहीं दिखा।

आजमगढ़ भाजपा जिलाध्यक्ष ने वरिष्ठ नेता को दिया धक्का सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो बता रहा भाजपा में सबकुछ ठीक नहीं विगत दिनों जनपद में आये परिवहन मंत्री के स्वागत के दौरान हुआ वाकया


 आजमगढ़ भाजपा जिलाध्यक्ष ने वरिष्ठ नेता को दिया धक्का 


सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो बता रहा भाजपा में सबकुछ ठीक नहीं


विगत दिनों जनपद में आये परिवहन मंत्री के स्वागत के दौरान हुआ वाकया



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो ने फिर भारतीय जनता पार्टी में हो रहे आन्तरिक द्वन्द को आम जनमानस के बीच लाकर रख दिया। यह वीडियो साफ संकेत दे रहा है कि भारतीय जनता पार्टी आजमगढ़ में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बता दें कि जहां भारतीय जनता पार्टी द्वारा 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी पूरे जोर के साथ की जा रही हैं वहीं वायरल वीडियो से जनता के बीच यह बात निकल कर आ रही है कि जिले के नेता वर्चस्व की लड़ाई लड़ने में व्यस्त हैं।



बता दें कि हाल ही जनपद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम था जिसमें कुछ मामले को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष ध्रुव कुमार सिंह और युवा नेता विनीत सिंह ‘रीशू’ के बीच सोशल मीडिया पर विवाद जारी है। विगत दिनों जनपद में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह का आगमन हुआ था, वे तिरंगा यात्रा में शामिल होने के लिए जनपद में आये थे। दयाशंकर सिंह गेट से बाहर निकल रहे थे उसी दौरान प्रदेश कार्यसमिति सदस्य किसान मोर्चा दिवाकर सिंह और जिलाध्यक्ष किसान मोर्चा श्रीकांत मौर्य उनके स्वागत के लिए बढ़े। तभी मंत्री के साथ फोटो खिंचवा रहे जिलाध्यक्ष ध्रुव कुमार सिंह ने दिवाकर सिंह को जोर से धक्का मार दिया। दिवाकर सिंह लड़खड़ाकर श्रीकांत मौर्य के ऊपर गिर गये। दोनों ही जमीन पर गिर गए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।



बताया जा रहा है कि इसके बाद हंगामा खड़ा हो गया। मंत्री दयाशंकर सिंह द्वारा मामले को किसी तरह संभाला गया। उनके जाने के बाद पार्टी के नेताओं ने ही धक्का मारने की वीडियो फेसबुक व अन्य सोशल साइट पर शेयर कर पार्टी जिलाध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।



 मामला अब प्रदेश नेतृत्व तक पहुंच गया है। इस बावत दिवाकर सिंह ने बताया कि वीडियो में साफ दिख रहा है कि जिलाध्यक्ष ने उन्हें धक्का मारकर गिरा दिया। इस संबंध में शीर्ष नेतृत्व ने हमसे पूछा, मेरे द्वारा घटनाक्रम से अवगत कराया गया। घटना किस कारण हुई यह मुझे भी नहीं पता, यह जिलाध्यक्ष ही बता सकते हैं। वहीं श्रीकांत मौर्या ने कहा कि जो हुआ अप्रत्याशित था। किसी ने भी अध्यक्ष से इस तरह की उम्मीद नहीं की थी। जिलाध्यक्ष ध्रुव कुमार सिंह इस मुद्दे पर कोई बात करने से इनकार कर दिया।