Wednesday, 22 January 2025

आजमगढ़ निजामाबाद जरूरतमंद लोगों में 01 हजार 40 कम्बल का किया गया वितरण मानवता की सेवा करना सबसे बड़ा कार्य-वसीम अहमद


 आजमगढ़ निजामाबाद जरूरतमंद लोगों में 01 हजार 40 कम्बल का किया गया वितरण



मानवता की सेवा करना सबसे बड़ा कार्य-वसीम अहमद


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के निजामाबाद तहसील के सामने बुधवार को दोपहर एक बजे से समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव वसीम अहमद की अध्यक्षता में जरूरतमंद लोगों को एक हजार चालीस कम्बल का वितरण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता तहसीलदार निजामाबाद केशव प्रसाद ने किया और कार्यक्रम का संचालन आजम खान अधिवक्ता ने किया है।


 इस अवसर पर सपा नेता वसीम अहमद ने कहा कि मानवता की सेवा करना सबसे बड़ा कार्य है जिसके लिए हमने करोना काल से लगातार जरूरत मंद लोगों के यथा शक्ति सहयोग करने के लिए कार्य करता रहता हूं इस समय भीषण ठंड में लालगंज लोकसभा के पांचों विधान सभा क्षेत्र में लगातार जरूरतमंद लोगों को कम्बल वितरण किया जा रहा है। 


तहसीलदार निजामाबाद केशव प्रसाद ने कहा कि इस समय भीषण ठंड में कम्बल वितरण करना बहुत ही नेक कार्य है. ऐसे आयोजनों से जरुरमंद लोगों को सहारा मिलता है हर सामर्थ्यवान व्यक्ति को इस प्रकार का नेक कार्य करना चाहिए।


 इस अवसर पर तहसीलदार निजामाबाद केशव प्रसाद, नायब तहसीलदार वीरेन्द्र सरोज, बार के अध्यक्ष मितई यादव, चंद्रेश एडवोकेट, रामाश्रय चतुवेर्दी, खालीकुज्जमा अंसारी, कमलेश यादव, प्रेमा यादव, मोहमद आरिफ, चंदेव यादव, रीजवान अहमद, दशरथ यादव, शाहिद प्रधान, राम मिलन यादव, राधेश्याम यादव, वकील अहमद आदि लोग उपस्थित थे।

शामली एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार की उपचार के दौरान हुई मौत बदमाशों से हुई मुठभेड़ में हुए थे घायल, पेट में लगी थी गोली


 शामली एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार की उपचार के दौरान हुई मौत



बदमाशों से हुई मुठभेड़ में हुए थे घायल, पेट में लगी थी गोली



उत्तर प्रदेश, शामली गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती मुठभेड़ में घायल हुए एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार की उपचार के दौरान मौत हो गई। वह शामली में बदमाशों से हुई मुठभेड़ में सोमवार रात घायल हुए थे। डाक्टरों की टीम ने मंगलवार को सुनील के पेट से एक गोली निकाल ली थी लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। एसपी शामली रामसेवक गौतम ने कहा कि इंस्पेक्टर की मौत की सूचना के बाद एक टीम को गुरुग्राम भेजा गया है। यूपी के शामली जिले में सोमवार की रात एसटीएफ मेरठ की मुकीम काला और कग्गा गैंग के सदस्यों से मुठभेड़ हुई। 


उदपुर गांव के पास 30 मिनट तक जमकर गोलीबारी हुई। दोनों ओर से 40 राउंड से अधिक गोलियां चली। चार बदमाशों को मार गिराने के बाद घटनास्थल को सील कर दिया गया था। एसटीएफ मेरठ यूनिट के इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार द्वारा दर्ज एफआईआर के अनुसार, सोमवार सुबह 11 बजे ही उन्हें मुखबिर से एक लाख के इनामी अरशद और उसके साथी के आने और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की सूचना थी, जिस पर पुलिस ने दिन में ही उदपुर ईंट भट्ठे के पास अपनी फील्डिंग जमा ली थी। पुलिस को सफलता रात तक मिली। दोनों ओर से 30 मिनट तक जमकर फायरिंग हुई जिसमें पूरा क्षेत्र दहल उठा। बदमाशों के पास से तमंचे, कारबाइन, कारतूस और कार को पुलिस ने जब्त कर लिया। मौके पर पहुंचे डीआईजी अजय कुमार साहनी ने टीम का हौंसला बढ़ाया।


एसपी ने बताया कि इंस्पेक्टर सुनील ने अपनी एके 47 से भी फायर किया, जबकि टीम के अन्य साथी प्रमोद कुमार ने पिस्टल से तीन, जयवीर सिंह ने एक, हेड कांस्टेबल प्रीतम सिंह ने दो, विवेक ने एक, हेड कांस्टेबल जोशी राणा ने एक, विकास धामा ने एक, रोमिश तोमर ने एक, आकाशदीप ने एक, अंकित कुमार आदि ने एक फायर कर बदमाशों को मार गिराया।


 एसटीएफ एसपी बृजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि मुठभेड़ में घायल इंस्पेक्टर सुनील मेरठ के मसूरी गांव के रहने वाले हैं। सुनील पूर्व में आर्म्स फोर्स में तैनात थे। पूर्व में पीएसी में कंपनी कमांडर थे। 25 साल पहले ही एसटीएफ में आए थे। वह ददुआ समेत ठोकिया समेत कई एनकाउंटर में शामिल रहे। कई बदमाशों को उन्होंने मार गिराने में अहम भूमिका निभाई है। इसके अलावा अनिल दुजाना, आदेश, धीरज को मार गिराने में भी सुनील ने अहम योगदान दिया था।


https://www.news9up.com/2025/01/4_21.html

उत्तर प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में 10 हजार पदों पर भर्ती का रास्ता साफ अध्यापक व प्रवक्ता के पदों पर की जाएगी भर्ती, प्रदेश कैबिनेट ने दी मंजूरी


 उत्तर प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में 10 हजार पदों पर भर्ती का रास्ता साफ



अध्यापक व प्रवक्ता के पदों पर की जाएगी भर्ती, प्रदेश कैबिनेट ने दी मंजूरी


उत्तर प्रदेश लखनऊ प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक (एलटी ग्रेड) व प्रवक्ता के लगभग 10 हजार पदों पर भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। प्रदेश कैबिनेट ने बाई सर्कुलेशन उत्तर प्रदेश अधीनस्थ शिक्षा सेवा नियमावली 2024 में संशोधन को मंजूरी दे दी है। इसके तहत इन पदों पर भर्ती के लिए योग्यता में से समकक्ष शब्द हटा दिया गया है।


माध्यमिक शिक्षा के विद्यालयों में सहायक अध्यापक व प्रवक्ता के पदों पर भर्ती की जाती है। इसमें सहायक अध्यापक के लिए संबंधित विषय में स्नातक, बीएड या समकक्ष योग्यता, अर्हता थी। इसी तरह प्रवक्ता पद के लिए संबंधित विषय में स्नातक, बीएड या समकक्ष योग्यता, अर्हता लिखी हुई थी। पिछले दिनों इससे जुड़े कई मामले न्यायालय में गए और समकक्ष योग्यता को लेकर चुनौती दी गई। इसकी वजह से माध्यमिक विद्यालयों में भर्ती काफी समय से प्रभावित थी।


वहीं लोक सेवा आयोग ने भी माध्यमिक शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर समकक्ष योग्यता को परिभाषित करने की मांग की थी। इसे देखते हुए माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश अधीनस्थ शिक्षा (प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी) सेवा छठवें संशोधन नियमावली व उत्तर प्रदेश विशेष अधीनस्थ शैक्षणिक (प्रवक्ता संवर्ग) सेवा दूसरे संसोधन नियमावली 2024 के प्रख्यापन का प्रस्ताव कैबिनेट में भेजा था। माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि इस प्रस्ताव पर कैबिनेट ने अपनी सहमति दे दी है।


इस नियमावली संशोधन के अनुसार विवाद को देखते हुए विभाग ने इन दोनों पदों की योग्यता में से समकक्ष शब्द को हटाकर, संबंधित विषय में स्नातक/परास्नातक व नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से बीएड की डिग्री तय कर दिया है। वहीं इस नियमावली में संशोधन के साथ ही लगभग 10 हजार पदों पर शिक्षकों की भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। विभाग की ओर से जल्द ही इन पदों पर भर्ती के लिए अब लोक सेवा आयोग को संशोधित अधियाचन भेजा जाएगा।