Wednesday, 16 July 2025

आजमगढ़ मेहनगर एसडीएम आवास परिसर में 4 लेखपालों के घरों के टूटे ताले, लाखों के आभूषण की चोरी दिनदहाड़े चोरी से लेखपालों में आक्रोश, पुलिस की सुस्ती पर सवाल सरकारी कागजात बिखरे, इलाज के लिए रखे पैसे भी चुराए गए


 आजमगढ़ मेहनगर एसडीएम आवास परिसर में 4 लेखपालों के घरों के टूटे ताले, लाखों के आभूषण की चोरी



दिनदहाड़े चोरी से लेखपालों में आक्रोश, पुलिस की सुस्ती पर सवाल


सरकारी कागजात बिखरे, इलाज के लिए रखे पैसे भी चुराए गए


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के मेहनगर के उपजिलाधिकारी आवास परिसर में बने सरकारी भवनों में रहने वाले चार लेखपालों के कमरों में मंगलवार को दिनदहाड़े चोरी की वारदात ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी। चोरों ने ताले तोड़कर 65 हजार रुपये नगद और सोने के आभूषण चुरा लिए। दूसरे दिन भी पुलिस के मौके पर न पहुंचने से लेखपालों में आक्रोश व्याप्त है।


मेंहनगर-बिंद्रा बाजार मार्ग पर स्थित उपजिलाधिकारी आवास परिसर में लेखपाल अपने सरकारी आवासों में रहते हैं। मंगलवार को सभी लेखपाल अपने-अपने सर्किल में ड्यूटी पर थे। देर शाम लौटने पर उन्हें अपने कमरों के ताले टूटे हुए मिले। एक लेखपाल ने बताया कि उनके बक्से से 50 हजार रुपये नगद और पत्नी के सोने की बाली व लॉकेट गायब थे। यह राशि उन्होंने अपनी सास के पीजीआई लखनऊ में चल रहे इलाज के लिए साले से मंगवाई थी। उनकी पत्नी और सास मायके गई हुई थीं।


इसी तरह, लेखपाल पंकज के कमरे में भी बक्सा टूटा मिला, जिसमें से 15 हजार रुपये गायब थे। सरकारी कागजात और कपड़े बिखरे पड़े थे। लेखपाल संतोष मिश्रा और अजय सिंह के कमरों में भी ताले टूटे थे, और सरकारी अभिलेखों के साथ कपड़े तितर-बितर थे।


लेखपालों ने तत्काल डायल 112 पर सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के बाद लौट गई। लेखपालों ने मंगलवार देर रात मेहनगर पुलिस को तहरीर देकर चोरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। दूसरे दिन तक पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई न होने से लेखपालों में नाराजगी है। क्षेत्र में इस चोरी की घटना की चर्चा जोरों पर है।

आजमगढ़ अतरौलिया में पुलिस मुठभेड़ में शातिर गांजा तस्कर घायल, 15 किलो गांजा बरामद पुलिस की सतर्कता से अतरौलिया में अपराधियों पर नकेल, अवैध हथियार भी जब्त अभियुक्त सचिन पाण्डेय का लंबा आपराधिक इतिहास, गैंगस्टर एक्ट सहित कई मामले दर्ज


 आजमगढ़ अतरौलिया में पुलिस मुठभेड़ में शातिर गांजा तस्कर घायल, 15 किलो गांजा बरामद



पुलिस की सतर्कता से अतरौलिया में अपराधियों पर नकेल, अवैध हथियार भी जब्त


अभियुक्त सचिन पाण्डेय का लंबा आपराधिक इतिहास, गैंगस्टर एक्ट सहित कई मामले दर्ज


उत्तर प्रदेश, आजमगढ़  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना के निर्देशन में आजमगढ़ पुलिस ने अपराध और अपराधियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत बड़ी सफलता हासिल की है। थाना अतरौलिया पुलिस और एसओजी टीम ने 15 जुलाई को मुठभेड़ के दौरान दो शातिर गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया। अभियुक्तों के कब्जे से 15 किलो 350 ग्राम अवैध गांजा, दो देशी तमंचे (.315 बोर), दो जिंदा कारतूस, और एक खोखा कारतूस बरामद किया गया।


पुलिस के अनुसार 15 जुलाई 2025 को थानाध्यक्ष अतरौलिया अमित कुमार मिश्रा और एसओजी प्रभारी मनीष पाल को सूचना मिली कि दो बदमाश मोटरसाइकिल पर मडियापार-अहरौला मार्ग से अवैध सामान लेकर जा रहे हैं। पुलिस ने ग्राम जमीन अगया के पास चेकिंग शुरू की। इस दौरान मोटर साइकिल सवार दो व्यक्तियों ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की, लेकिन बारिश के कारण खदेरुपट्टी के पास उनकी मोटर साइकिल फिसल गई। एक अभियुक्त ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में नियंत्रित फायरिंग की। इस मुठभेड़ में अभियुक्त सचिन पाण्डेय के दाहिने पैर में गोली लगी। दोनों अभियुक्तों, सचिन पाण्डेय उर्फ आकृति पाण्डेय और नरसिंह यादव, को 12:35 बजे हिरासत में लिया गया। घायल अभियुक्त को इलाज के लिए सीएचसी अतरौलिया भेजा गया।


गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान सचिन पाण्डेय उर्फ आकृति पाण्डेय (निवासी अचलीपुर, थाना अतरौलिया) और नरसिंह यादव (निवासी देवारा तुर्कचारा, थाना महराजगंज) के रूप में हुई। सचिन पाण्डेय के कब्जे से एक देशी तमंचा (.315 बोर), एक जिंदा कारतूस, एक खोखा कारतूस, और नरसिंह यादव के कब्जे से एक देशी तमंचा व एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ। इसके अलावा, दो बोरियों में 10 किलो 150 ग्राम और 5 किलो 200 ग्राम, कुल 15 किलो 350 ग्राम गांजा जब्त किया गया।


इस घटना के आधार पर थाना अतरौलिया में मुकदमा दर्ज किया गया। अभियुक्त सचिन पाण्डेय का लंबा आपराधिक इतिहास है, जिसमें हत्या, लूट, गैंगस्टर एक्ट, और आर्म्स एक्ट जैसे 22 गंभीर मामले दर्ज हैं।


इस ऑपरेशन में थानाध्यक्ष अमित कुमार मिश्रा, एसओजी प्रभारी मनीष पाल, उपनिरीक्षक पवन कुमार शुक्ला, अभिषेक यादव, हेड कांस्टेबल गोविंद मौर्य, मनोज यादव, धर्मेंद्र यादव, और कांस्टेबल महेश सरोज, बबलू अली, अवनीश सिंह, अरुण पाण्डेय, और सुनील प्रजापति शामिल थे।

आजमगढ़ देवगांव गांगी नदी में मिला अर्धनग्न महिला का शव, हत्या की आशंका मौके पर फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वायड और एसओजी टीम पहुंची

आजमगढ़ देवगांव गांगी नदी में मिला अर्धनग्न महिला का शव, हत्या की आशंका



मौके पर फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वायड और एसओजी टीम पहुंची



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के देवगांव कोतवाली क्षेत्र के कपसेठा गांव में बुधवार तड़के गांगी नदी में एक अर्धनग्न महिला का शव मिलने से सनसनी फैल गई। ग्रामीणों की सूचना पर क्षेत्राधिकारी भूपेश पांडेय, कोतवाल विमल प्रकाश राय, फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वायड और एसओजी मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।



मृतका की पहचान चेवार पूरब बनवासी बस्ती निवासी 37 वर्षीय प्रनिला, पत्नी भानु, के रूप में हुई। वह दो दिन पहले अपने घर से लापता थी। बुधवार सुबह उसका शव नदी में संदिग्ध अवस्था में पाया गया। शरीर पर कपड़े पूरी तरह न होने से हिंसा या दुर्व्यवहार की आशंका जताई जा रही है।


पुलिस के मुताबिक, मृतका का पति भानु घटना के बाद से फरार है, जिससे उस पर संदेह गहरा गया है। कोतवाल विमल प्रकाश राय ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह हत्या का मामला प्रतीत होता है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट कारण पता चल सकेगा।

प्रनिला की दो बेटियां हैं, जिनकी उम्र 5 और 6 वर्ष है। उसका मायका जौनपुर के बर्दिया गांव में है। घटना की सूचना पर मृतका के ससुर रामलाल पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और फरार पति भानु की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।

 

लखनऊ प्रेमी के साथ मिलकर मां ने की 6 साल की बेटी की हत्या पति को फंसाने की रची साजिश, प्रेमी ने कबूला गुनाह


 लखनऊ प्रेमी के साथ मिलकर मां ने की 6 साल की बेटी की हत्या



पति को फंसाने की रची साजिश, प्रेमी ने कबूला गुनाह



उत्तर प्रदेश, लखनऊ कैसरबाग के खंदारी बाजार में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां रहने वाली रोशनी खान ने अपने प्रेमी उदित जायसवाल के साथ मिलकर अपनी 6 साल की बेटी सोना की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक, रोशनी ने अपने पति शाहरूख को जेल भेजने की साजिश के तहत इस वारदात को अंजाम दिया। दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है।


डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि सोमवार देर रात करीब 3 बजे डायल 112 पर रोशनी ने कॉल कर दावा किया कि शाहरूख ने उनकी बेटी की हत्या कर दी। पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। सोना का शव जिस कमरे में मिला, उसे सील कर साक्ष्य जुटाए गए। रोशनी की तहरीर पर शाहरूख के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया, लेकिन जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए।


जांच में पता चला कि रोशनी और शाहरूख के बीच दो साल से अनबन चल रही थी। रोशनी अपने प्रेमी उदित के साथ लिव-इन में रह रही थी। पुलिस को शक हुआ जब शव से तेज दुर्गंध आ रही थी और उसमें कीड़े पड़ चुके थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पुष्टि हुई कि सोना की हत्या रविवार को ही कर दी गई थी, जबकि रोशनी ने 36 घंटे बाद पुलिस को सूचना दी। शव पर गले, नाक, मुंह और सीने पर चोट के निशान मिले।


पुलिस ने रोशनी और उदित से अलग-अलग पूछताछ की। शुरू में रोशनी गुमराह करती रही, लेकिन उदित टूट गया और उसने बताया कि रविवार को ही दोनों ने मिलकर सोना की हत्या की थी। हत्या के बाद दोनों ने शव के सामने ही पार्टी की और शाहरूख को फंसाने की साजिश रची। शाहरूख सोमवार रात बेटी से मिलने आया था, लेकिन रोशनी से विवाद के बाद चला गया। इसके बाद रोशनी ने पुलिस को फोन किया।


शाहरूख और रोशनी की शादी 10 साल पहले हुई थी। दोनों की मुलाकात एक पार्टी में हुई थी। रोशनी को डांस का शौक था और वह क्लबों में जाया करती थी, जहां उसकी मुलाकात उदित से हुई। इसके बाद शाहरूख से उसका विवाद बढ़ता गया। रोशनी ने शाहरूख के परिवार वालों—जेठ सलमान, सास परवीन और दो ननदों—के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल भिजवाया था। मई में रोशनी ने शाहरूख के साथ मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया और खंदारी बाजार स्थित उसके फ्लैट पर उदित के साथ रहने लगी।


शाहरूख के अनुसार, उनकी मां ने प्लॉट पर बिल्डर के साथ मिलकर चार मंजिला अपार्टमेंट बनवाया था। रोशनी की नजर शुरू से ही इस संपत्ति पर थी। उसने शाहरूख के परिवार को घर से बेघर कर दिया। शाहरूख ने 18 मई को रोशनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद रोशनी उसे जेल भेजने की फिराक में थी।


इंस्पेक्टर कैसरबाग अंजनी कुमार मिश्र ने बताया कि रोशनी और उदित से पूछताछ जारी है। साक्ष्यों के आधार पर दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शव के सड़ने के कारण विसरा सुरक्षित रखा गया है। पुलिस का कहना है कि मामले के सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है और आरोपियों को जल्द जेल भेजा जाएगा।

Tuesday, 15 July 2025

आजमगढ़ बरदह निजी इंटर कॉलेज के वृद्ध चौकीदार पर मंदबुद्धि किशोरी से दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट


 आजमगढ़ बरदह निजी इंटर कॉलेज के वृद्ध चौकीदार पर मंदबुद्धि किशोरी से दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट




उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के बरदह थाना क्षेत्र के एक गांव में स्थित निजी इंटर कॉलेज में तैनात 62 वर्षीय चौकीदार दशई बिंद पर 15 वर्षीय मंदबुद्धि किशोरी से दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगा है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, पीड़िता कॉलेज में कार्यरत एक महिला चपरासी की बेटी है, जो अक्सर कॉलेज परिसर में बकरी चराने जाती थी। करीब चार महीने पहले आरोपी चौकीदार ने कथित तौर पर किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। 


मामले का खुलासा तब हुआ, जब किशोरी को पेट में दर्द की शिकायत हुई और उसकी मां उसे डॉक्टर के पास ले गई। डॉक्टर ने सोनोग्राफी कराने की सलाह दी, जिसमें पता चला कि किशोरी चार महीने की गर्भवती है। इसके बाद किशोरी ने अपनी मां को घटना की पूरी जानकारी दी। पीड़िता की मां ने सोमवार को बरदह थाने में आरोपी चौकीदार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। थानाध्यक्ष संजय सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और किशोरी को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।

आजमगढ़/मऊ सिपाही का शव फंदे से लटकता मिला, पुलिस जांच में जुटी बिलरियागंज थाने में पीआरवी 112 वाहन का चालक था मृतक, पुलिस जांच में जुटी


 आजमगढ़/मऊ सिपाही का शव फंदे से लटकता मिला, पुलिस जांच में जुटी



बिलरियागंज थाने में पीआरवी 112 वाहन का चालक था मृतक, पुलिस जांच में जुटी



उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के सरायलखंसी थाना क्षेत्र के बुढ़ावे गांव में मंगलवार सुबह एक सिपाही का शव घर के आंगन में साड़ी के फंदे से लटकता हुआ मिला। मृतक की पहचान संजय कुमार (45) के रूप में हुई, जो आजमगढ़ जनपद के बिलरियागंज थाना में पीआरवी 112 वाहन के चालक थे। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा।



जानकारी के अनुसार, संजय कुमार सोमवार शाम ड्यूटी के बाद घर लौटे थे। उनकी पत्नी अपने चार बच्चों के साथ दो दिन पहले दोहरीघाट थाना क्षेत्र के उसुरी बुजुर्ग मायके गई थीं। मंगलवार सुबह संजय के बड़े भाई सीता राम ने घर में घुसे कुत्ते को भगाने के दौरान आंगन में संजय का शव ग्रिल पर साड़ी के फंदे से लटकता देखा। यह देख उनके होश उड़ गए और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने शव को नीचे उतारा और घर की तलाशी ली। जांच में पाया गया कि संजय का शव साड़ी के फंदे से लटक रहा था, उनके दोनों पैर टेबल पर टिके थे और टीशर्ट में चश्मा लगा था। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह संजय टहलने गए थे और लौटकर घर में चले गए। काफी देर तक बाहर न आने पर यह घटना सामने आई।


सूचना पर संजय की पत्नी अपने चार बच्चों—जागृति (18), निधी (11), सर्वेश कुमार (15) और आदर्श कुमार (10)—के साथ घर पहुंची और शव देखकर दहाड़े मारकर रोने लगी। संजय तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। उनके बड़े भाई सीता राम और श्रीराम अलग-अलग घरों में रहते हैं। संजय वर्ष 2003 में पुलिस में भर्ती हुए थे। सरायलखंसी थाना प्रभारी निरीक्षक पंकज पांडेय ने बताया कि घटना की जानकारी सुबह मिली। पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सटीक कारण स्पष्ट हो सकेगा। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

Monday, 14 July 2025

आजमगढ़ फर्जी सूचना आयोग अधिकारी और राजभवन सचिव बनकर विभिन्न ग्राम प्रधानों से की लाखों रुपये की ठगी लाखों की ठगी का खुलासा, साइबर ठग गिरफ्तार पुलिस ने 2 मोबाइल और 3200 रुपये नगद किए बरामद


 आजमगढ़ फर्जी सूचना आयोग अधिकारी और राजभवन सचिव बनकर विभिन्न ग्राम प्रधानों से की लाखों रुपये की ठगी



लाखों की ठगी का खुलासा, साइबर ठग गिरफ्तार


पुलिस ने 2 मोबाइल और 3200 रुपये नगद किए बरामद



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद की पुलिस ने साइबर क्राइम के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक शातिर साइबर ठग को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी सूचना आयोग अधिकारी और राजभवन सचिव बनकर राज्य के विभिन्न ग्राम प्रधानों से लाखों रुपये की ठगी करता था। अभियुक्त की पहचान पंकज यादव (32 वर्ष), निवासी रामसनेही घाट, बाराबंकी के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके पास से 2 मोबाइल फोन और 3200 रुपये नगद बरामद किए हैं।

यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना के निर्देशन और अपर पुलिस अधीक्षक (साइबर क्राइम) विवेक त्रिपाठी के मार्गदर्शन में साइबर थाना पुलिस ने 13 जुलाई 2025 को की। अभियुक्त ने ग्राम गोछा के प्रधानपति मो. आरिफ खान से 26 अक्टूबर 2024 को फर्जी राजभवन सचिव हर्षवर्धन सिंह राठौर (IAS) बनकर 8,26,995 रुपये की ठगी की थी। इस मामले में थाना साइबर क्राइम में मुकदमा संख्या 41/2024 दर्ज किया गया था।


पंकज यादव ने पूछताछ में बताया कि वह NIC की वेबसाइट से ग्राम प्रधानों और पूर्व प्रधानों की सूची निकालकर उनसे संपर्क करता था। फर्जी अधिकारी बनकर भ्रष्टाचार और जांच के नाम पर डराकर वह प्रधानों से अपने और जनसेवा केंद्र के खातों में पैसे जमा करवाता था। गोछा के प्रधान को उसने सरकारी टैक्स के नाम पर गुमराह कर 8,26,995 रुपये जमा करवाए। विवेचना के दौरान अभियुक्त का नाम सामने आने पर पुलिस ने उसके ठिकानों पर दबिश दी। पकड़े जाने के डर से पंकज विभिन्न राज्यों में छिपता रहा और अपनी मृत्यु की झूठी खबर फैलाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। उसने मृत अवस्था की फोटो खींचकर गांव वालों और पुलिस को भेजी थी। इसके बावजूद, साइबर थाना पुलिस ने उसे रानी की सराय, सेमरहा अंडरपास के पास सर्विस लेन से धर दबोचा।


गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र प्रताप सिंह, उपनिरीक्षक योगेंद्र प्रसाद यादव, और कॉन्स्टेबल विशाल यादव, एजाज खान, सभाजीत मौर्य, और महिपाल यादव शामिल थे।