आजमगढ़ मुबारकपुर बकरीद से पहले लोहरा गांव में सघन तलाशी अभियान
कड़ी निगरानी के लिए एक प्लाटून पीएसी के साथ 19 उपनिरीक्षक, 40 पुरुष आरक्षी, 8 महिला आरक्षी और राजस्व विभाग की टीम तैनात
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के लोहरा गांव में बकरीद की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को सायं पांच बजे पुलिस और प्रशासन ने सघन तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान गांव के प्रत्येक घर में जानवरों की गहन जांच की गई। बकरीद के पर्व को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। इस अभियान में पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें सक्रिय रूप से शामिल रहीं, जबकि गांव में शांति बनाए रखने के लिए 39वीं बटालियन की एक प्लाटून पीएसी को भी तैनात किया गया है।
मुबारकपुर थाना प्रभारी निरीक्षक निहार नंदन कुमार के निर्देश पर लोहरा गांव में तलाशी अभियान को दो पुलिस टीमों ने अंजाम दिया। पहली टीम का नेतृत्व स्वयं थाना प्रभारी निहार नंदन कुमार और महिला चौकी प्रभारी अंकिता शुक्ला ने किया, जबकि दूसरी टीम का नेतृत्व लोहरा चौकी प्रभारी प्रमोद यादव ने संभाला। इन टीमों में 19 उपनिरीक्षक, 40 पुरुष आरक्षी, 8 महिला आरक्षी और राजस्व विभाग की टीम में लेखपाल आशिफ जमाल, पंकज कुमार सहित अन्य कर्मचारी शामिल थे।
जानकारी के अनुसार, बकरीद के अवसर पर कुबार्नी के लिए रखे गए जानवरों को लोहरा गांव से पहले ही पड़ोसी गांवों या गांव में निर्धारित अस्थाई बाड़ों में स्थानांतरित कर दिया गया था। हर वर्ष बकरीद के दौरान लोहरा गांव में प्रशासन द्वारा इसी तरह की सतर्कता बरती जाती है। कुबार्नी के जानवरों को गांव से हटाकर पास के गांवों या निर्धारित स्थानों पर रखा जाता है, ताकि पर्व के दौरान किसी भी तरह की आव्यवस्था या विवाद की स्थिति से बचा जा सके। बकरीद के पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने लोहरा गांव में तीन दिनों तक विशेष निगरानी की व्यवस्था की है। पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें गांव में कैंप कर रही हैं और लगातार अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं। गांव में तैनात 39वीं बटालियन की पीएसी प्लाटून भी किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। लोहरा गांव में बकरीद के दौरान प्रशासन की यह सतर्कता कोई नई बात नहीं है। हर साल इस पर्व के दौरान गांव में इसी तरह की व्यवस्था की जाती है।
घर-घर तलाशी, पुलिस बल की तैनाती और राजस्व विभाग की निगरानी के जरिए प्रशासन यह सुनिश्चित करता है कि बकरीद का पर्व शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण तरीके से संपन्न हो। इस वर्ष भी प्रशासन ने अपनी तैयारियों को और मजबूत किया है, ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके। तलाशी अभियान के दौरान स्थानीय लोगों ने भी पुलिस और प्रशासन का सहयोग किया। ग्रामीणों ने प्रशासन की इस पहल को पर्व की शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी बताया। प्रशासन ने भी ग्रामीणों से अपील की है कि वे बकरीद के दौरान शांति और भाईचारे का माहौल बनाए रखें।
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