देवरिया एक ही चिता पर जली 6 लाशें, रो पड़ा पूरा गांव
बारातियों की कार पेड़ से टकराने पर हुआ था हादसा, 2 अन्य गंभीर
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में रविवार रात एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे बारातियों की कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। इस भीषण हादसे में दूल्हे के तीन चचेरे भाइयों समेत छ: लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं और गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
हादसा नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के भुजौली शुक्ल गांव के पास हुआ। रामकोला थाना क्षेत्र के नरायनपुर चरगंवा गांव निवासी विकास मद्धेशिया की बारात देवगांव के अमवा टोला जा रही थी। कार में सवार दिल्ली से आए योगेंद्र मद्धेशिया (35), उनके छोटे भाई हरेंद्र मद्धेशिया (30), रंजीत मद्धेशिया (28), मुकेश मद्धेशिया (32), कार चालक ओमप्रकाश (30), और कुसमहा गांव के धुरचिया टोला निवासी भीम यादव (27) की मौके पर ही मौत हो गई। योगेंद्र के बहनोई बजरंगी (32) और राजकिशोर गंभीर रूप से घायल हैं।
हादसे की सूचना पर आसपास के ग्रामीण और पुलिस मौके पर पहुंचे। कार इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त थी कि लोगों को बाहर निकालने के लिए हथौड़ी, रॉड और डंडों का सहारा लिया गया। जब सफलता नहीं मिली तो गैस कटर मंगवाया गया। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद घायलों को बाहर निकाला गया और मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां छह लोगों को मृत घोषित कर दिया गया।
सोमवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया। परिजनों और ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। महिलाएं चीखने-चिल्लाने लगीं। अंतिम संस्कार के लिए शवों को छोटी गंडक नदी के रगरगंज घाट ले जाया गया, जहां एक ही चिता पर सभी छह शवों का अंतिम संस्कार किया गया। परिजनों ने अलग-अलग चिता को आग दी। घाट पर मौजूद हजारों लोगों की आंखें नम थीं, और परिवार वाले दहाड़ मारकर रो रहे थे।
घाट पर भारी भीड़ को देखते हुए कई थानों की पुलिस तैनात रही। तेज धूप और नदी की लहरों के बीच सन्नाटा पसरा रहा। ग्रामीणों के मुंह से बस एक ही बात निकल रही थी, "भगवान यह क्या कर दिया।"
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