आजमगढ़ मेंहनगर 2 स्थानों पर टूटा तटबंध, सैकड़ों बीघा गेंहू की फसल व भूसा बर्बाद
बिना सीजन व शेड्यूल के राजवाहा में पानी आने से किसानों में आक्रोश
अभियंता बोले किसानों की मांग पर तो अवर अभियंता बोले जलसंचयन के लिए आया पानी
उत्तर प्रदेश, आजमगढ़ मेंहनगर शारदा सहायक खण्ड-23 ठेकमा राजवाहा में शुक्रवार की रात्रि बिना शेड्यूल व सीजन के पानी आने तथा अलग-अलग दो स्थानों पर तटबंध टूटने से सैकड़ों बीघा गेहूं की खड़ी व कटी फसल में पानी भर गया। फसलें डूबने से किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई।
बताते चलें कि शुक्रवार की रात्रि एकाएक राजवाहा में पानी आ जाने की वजह से कस्बे के वार्ड नं-1 रविदास नगर नइकी पोखरे व सरदारगंज गांव के पूर्वी सिवान के दक्षिणी भाग के तटबंध टूटने से किसानों के पूरे वर्ष के खाने का निवाले व गाढ़ी कमाई पानी में डूब गई। दौलतपुर प्रधान जितेंद्र यादव व सरदारगंज के प्रधान रामनरायन सरोज 'जमालू' सहित किसानों ने कहा कि बिना सीजन व शेड्यूल का राजवाहा में पानी विभागीय अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा है, बिना मौसम के बरसात से किसानों की कटाई-मढ़ाई लगभग पचहत्तर प्रतिशत नहीं हो पाई थी, बरसात बाद लगातार पुरवा हवा ने कटाई-मढ़ाई की रप्तार रोक दी है।
कस्बे के वार्ड नं -1 रविदास नगर स्थित नइकी पोखरे के पास तटबंध टूटने से कस्बे सहित दौलतपुर के कुसहा पुरवा के दक्षिणी भाग के किसानों में क्रमश: कन्ता यादव, रामचन्द्र यादव सहित खड़ी फसल व रैपर से काटी गई गेहूँ फसल के अलावा पशुओं का निवाला पानी में बह गया। ग्राम प्रधान व वार्ड के सभासद पति रामबचन ने बताया कि करीब 20 बीघा का नुकसान हुआ है।
दूसरी तरफ सरदारगंज ग्राम प्रधान ने कहा कि शुक्रवार की रात्रि एक कार्यक्रम से वापस गांव आ रहा था तो चार पहिया के उजाले से देखा कि रात्रि पौने बारह बजे लगभग राजवाहा का तटबंध टूटा हुआ था, रात्रि में सम्बंधित अवर अभियंता से सम्पर्क साधना चाहा तो संपर्क नहीं हो सका। दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुँचा, मौके पर गेहूँ की फसल देख किसानों के आँख आंसू आ गया।
शारदा सहायक खंड -23 ठेकमा राजवाहा के अधिशासी अभियंता वीरेंद्र कुमार ने कहा कंचनपुर के किसानों की मांग पर पानी मंगवाया गया था, तटबंध टूटने की जैसे ही जानकारी हुई तत्काल प्रभाव से ऊपर से बंद करवा दिया गया है। वही अवर अभियंता दिनेश कुमार ने कहा कि पोखरों में जलसंचयन के लिए पानी ऊपर से छोड़ा गया था, रही बात तटबंध टूटने की तो जेसीबी मशीन व मजदूरों के सहयोग से बांधा जा रहा हैं।
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