आजमगढ़ शहर कोतवाली/मुबारकपुर प्रेम ने तोड़ी धर्म की दीवार, मुस्लिम युवती ने हिंदू प्रेमी संग रचाई शादी
राजा बाबू को वरमाला पहनाकर सदमा नूरी बनी रानी
उत्तर प्रदेश, आजमगढ़ प्यार में न मजहब की दीवारें टिकती हैं, न सामाजिक बंधन। ऐसा ही एक नजारा आजमगढ़ में देखने को मिला, जहां मुस्लिम युवती सदमा नूरी ने अपने हिंदू प्रेमी राजा बाबू प्रजापति के साथ सात फेरे लेकर नई जिंदगी की शुरुआत की। शादी के बाद सदमा ने अपना नाम बदलकर रानी रख लिया। यह विवाह शहर के पुरानी कोतवाली स्थित शिव मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संपन्न हुआ, जिसमें विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के सदस्यों ने साक्षी की भूमिका निभाई और नवदंपति को सुखी दांपत्य जीवन का आशीर्वाद दिया।
मुबारकपुर थाना क्षेत्र के निवासी राजा बाबू और सदमा नूरी का प्रेम फरवरी 2025 में परवान चढ़ा। तीन महीने के प्रेम के बाद दोनों ने शादी का फैसला लिया, लेकिन धर्म आड़े आ गया। राजा बाबू, जो विहिप के कार्यकर्ता हैं, ने अपने संगठन से मदद मांगी। गुरुवार को पहले कोर्ट मैरिज हुई और फिर शिव मंदिर में वैदिक रीति-रिवाज से शादी संपन्न हुई। राजा बाबू ने रानी की मांग में सिंदूर भरा, दोनों ने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए और एक-दूसरे को जयमाला पहनाई।
शादी में राजा बाबू के परिजन मौजूद थे, लेकिन रानी के परिवार वाले शामिल नहीं हुए। नवदंपति शादी के बाद बेहद खुश नजर आए। विहिप के प्रांत संयोजक (गोरखपुर क्षेत्र) गौरव रघुवंशी ने बताया, "राजा बाबू हमारे कार्यकर्ता हैं। उन्होंने सदमा से प्रेम और शादी की इच्छा जताई थी। धर्म की अड़चन को दूर कर आज कोर्ट और मंदिर में उनकी शादी संपन्न हुई।"
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